कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान – Basic Knowledge Of Computer

आज के युग को Digital Yug कहा जाता है, इस समय में ज्यादातर काम Computer के द्वारा किया जाता है, यदि हम किसी भी जगह पर Job के लिए भी जाते है तो Computer का basic knowledge होना जरूरी है। यदि हमसे कोई भी Computer का इस्तेमाल के बारे में पूछता है तो बेशक ही हम उसका जवाब दे देंगे पर Computer की Basic जानकारी के बारे में शायद ही बहुत ही कम लोग बता पाएंगे। आज का हमारा लेख कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान (Basic Knowledge Of Computer) पर होगा।

Basic Knowledge Of Computer in Hindi

हम सबने Computer का कभी न कभी उपयोग किया ही है, हम में से बहुत से लोगो ने तो अपने स्कूल में computer को use करना सीखा होगा। Computer का use करना ज्यादा मुश्किल का काम नहीं है, Computer के बारे में सही जानकारी होने पर कोई भी व्यक्ति Computer का आसानी से उपयोग कर सकता है।

Basic Knowledge of Computer in Hindi (कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान)

किसी भी चीज को सही से इस्तेमाल करने के लिए उसका सामान्य जानकारी होना आवश्यक है, उसी तरह Computer का भी सही से इस्तेमाल करने के लिए Basic Knowledge होना आवश्यक है। Computer का Basic Knowledge में ज्यादा कुछ नहीं आता है, इसमें Computer के उन parts की जानकारी होगी जिससे computer सही तरह से चलता है।

कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है (Full Form Of Computer)

Computer का शब्द 8 Alphabets से मिलकर बना है। Computer का Full Form कुछ इस तरह का है

C – Common
O – Oriented
M – Machine
P – Particularly
U- United and used under
T – Technical and
E – Educational
R – Research

मैंने आपको ऊपर में Computer का full form Computer के Alphabets के अनुसार बताया है, आप Computer का full form “Common Oriented Machine Particularly United and used under Technical and Educational Research” कह सकते है।

Computer क्या है (What is Computer)

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो की मुख्यतः चार उपकरणों से मिलकर बना है जैसे की डिस्प्ले (Monitor), माउस (Mouse), कीबोर्ड (Keyboard), मदर बोर्ड (Motherboard), और CPU.

यह User द्वारा Input किये गए Data में प्रक्रिया करके सूचनाओ को Result के रूप में प्रदान करता हैं, इसमें डेटा को स्टोर, पुनर्प्राप्त और प्रोसेस करने की क्षमता होती है। आप दस्तावेजों को टाइप करने, ईमेल भेजने, गेम खेलने और वेब ब्राउज़ करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हैं। Computer से स्प्रैडशीट्स, प्रस्तुतियों और यहां तक ​​कि वीडियो बनाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।

Computer शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी के “COMPUTE” शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है “गणना करना”। वर्तमान समय में Computer का उपयोग प्रत्येक क्षेत्र में हो रहा है।

कंप्यूटर मुख्यतः दो भाग से मिलकर बना है हार्डवेयर (Hardware) और सॉफ्टवेयर (Software)।

Hardware क्या है (What is Hardware)

कंप्यूटर के जिस भी भाग को हम अपने हाथों से छू सकते हैं उसे हार्डवेयर कहा जाता है जैसे की माउस, कीबोर्ड, CPU, प्रिंटर, माइक्रोफोन, RAM, डिस्प्ले इत्यादि।

Computer के parts को एक बार assemble करने के बाद ऐसा बहुत ही कम chances होता है कि Computer के parts को change किया जाता है।

हार्डवेयर के प्रकार (Types Of Hardware)

1. System Unit

यह एक प्रकार का कंटेनर या Box के जैसा होता है, जिसमें कम्प्यूटर के अनेक इलेक्ट्रॉनिक gadgets लगे होते है। इसका आकार एक छोटे बक्से के समान होता है। इसे आम भाषा में CPU भी कहते है।

2. Input Devices

Input Device ऐसे उपकरण को कहा जाता है, जो यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों को कम्प्यूटर तक पहुँचाता है। इसके द्वारा ही हम अपना command कम्प्यूटर तक पहुँचाते है। इसके बाद ही कम्प्यूटर अपना कार्य करता हैं।

जैसे:- Keyboard, Mouse, Scanner इत्यादि।

3. Output Devices

जब Computer को कोई निर्देश या आदेश दिया जाता है। तब उस निर्देश या आदेश को Computer के Central Processing Unit (CPU) के द्वारा Process किया जाता है। जिसके पश्चात उस निर्देश या आदेश का परिणाम (Result) Computer के Output Device को दे दिया जाता है।

जैसे:- Monitor, Speaker, Printer इत्यादि।

4. Internal Parts

कम्प्यूटर के वे भाग जो सिस्टम यूनिट के अंदर स्थित होते हैं, उन्हे आंतरिक उपकरण (Internal Parts) कहते हैं. इन्हे हम बाहर नही देख सकते हैं और ये नाजुक होते हैं. इसलिए इनको रखने के लिए Computer Case की जरूरत पड़ती हैं।

जैसे:- Motherboard, CPU, Ram इत्यादि।

5. Communication Devices

जब एक computer को दूसरे computer के साथ जोड़ना होता है तो उसे Communication Devices कहते है। Communication Devices के मदद से दो computer आसानी से जुड़ जाते है और यूजर को उसका काम करने में आसानी होता है।

जैसे:- Modem, Multiplexer, Repeaters इत्यादि।

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Software क्या है (What is Software)

Software कंप्यूटर को किसी विशेष कार्य पूरा करने का निर्देश देता है, Software को न तो हम अपने आंखों से देख सकते है न ही इसे आने हाथो से छू सकते है।

यदि हमारे Computer में Software नहीं होगा तो हमारा Computer कोई काम का नहीं रह जायगा।

सॉफ्टवेयर के प्रकार (Types Of Software)

Computer के software मुख्यतः दो प्रकार के होते है।

1. System Software
2. Application Software

1. System Software

सिस्टम सॉफ्टवेयर Hardware और यूजर के बीच इंटरेक्शन कराने का काम करता है। कंप्यूटर में मौजूद Hardware को ऐसी तरह से manage करता है जिससे यूजर Computer के hardware को system software की मदद से इस्तेमाल कर सकता है।

जब हम अपने Computet को Open करते है तब System Software सबसे पहले memory में load हो जाता है, System Software हमेशा Background में work करता है इसी वजह से User को यह software दिखाई नहीं देता है। इसे Low Level Software भी कहा जाता है।

2. Application Software

Application Software आमतौर पर user के लिए बनाया जाता है, और यह सिर्फ एक ही specific task perform कर सकता है। ऐसे Softwares को Application Software कहा जाता है।

यह System Software से पूरी तरह अलग होता है। जहाँ System Software background में चलता रहता है वहीँ Application Software front end में चलता है और ये User को चलता हुआ दिखाई भी पड़ता है।

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Final Words About Basic Knowledge Of Computer

आप सबको Computer के Basic Knowledge के बारे में बताया गया है और इसके बारे में आप सब को पढ़ कर अच्छा लगा होगा। यदि आपको इस लेख से सम्बन्धी कोई भी सवाल है तो comment करके जरूर पूछिए।

आशा करता हूं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। इस लेख को शेयर जरूर करे।

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